पशुओं को छुट्टा छोड़ने वालों पर सख्ती: 11 टीमों का अभियान जारी, जुर्माना और FIR की चेतावनी
वाराणसी में छुट्टा पशुओं की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में 11 कैटिल कैचर टीमें सक्रिय हैं, जो नियमित रूप से इन पशुओं को पकड़ने का काम कर रही हैं।
ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में अलग-अलग टीमें सक्रिय
- ग्रामीण क्षेत्र: 2 कैटिल कैचर टीमें छुट्टा पशुओं को पकड़ने के लिए तैनात।
- नगरीय क्षेत्र: 9 टीमें लगातार अभियान चला रही हैं।
टीमों की जिम्मेदारी और निगरानी
प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत, पंचायत मित्र, ग्राम विकास अधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी और सफाई कर्मियों की टीम बनाई गई है। इन टीमों की निगरानी पशु चिकित्सा अधिकारी, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी और नगर निगम के पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी कर रहे हैं।
जागरूकता अभियान और सख्त चेतावनी
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी.पी. पाठक ने बताया कि छुट्टा पशुओं को खुला छोड़ने वालों पर अब सख्ती बरती जाएगी।
- जुर्माना और FIR:
- पशु मालिकों को अपने जानवरों को घर में बांधकर रखने की हिदायत दी गई है।
- खुले में घूमते पाए जाने पर जुर्माने के साथ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
- जागरूकता कार्यक्रम:
- पशुपालकों को गोवंश के महत्व और उसके गोबर के उपयोग पर जागरूक किया जा रहा है।
- एक गोवंश अपने जीवनकाल में 1 लाख किलोग्राम गोबर देता है, जो प्राकृतिक खेती के लिए अत्यधिक उपयोगी है।
प्रशासन की अपील
अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी असुविधा की स्थिति में प्रशासन को सूचना दें और छुट्टा पशुओं की समस्या को हल करने में सहयोग करें।
भविष्य की योजना
टीमों का यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। इसके साथ ही, प्रशासन प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए गोवंश के उपयोग पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।